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VITAMIN B12

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                    VITAMIN  B 12                             3Gal,7 Liv, 8 Lt Parkho Vitamin B12  की कमी से होने वाली बीमारियों में पहचान चेहरे पर या हाथों पर कालापन  पैरों में सुइयां सी चुभना  हाथ की अंगुलियों के पीछे के गाठो पर एवं पैरों के अंगुलियों के ऊपरी भाग पर कालापन  वज्रासन में पलाटी लगाकर बैठने से या संडास में थोड़ी देर बैठने से पैर सुन हो जाना  कुछ देर तक लगातार एक ही जगह पर बैठने से या सोने के बाद उठने पर शरीर के कुछ भाग का सुन्न हो जाना बीमारियां  रक्त की कमी जिसे परनीशियस एनीमिया कहते हैं  कई सालों से जिसे B12 की कमी हो तो उससे स्पाइनल कॉर्ड के nerve fibres  में डी माईलिनेशन होता है यानी नर्व की बाहरी कवच का टूट जाना  विटामिन बी 12 की कमी से पैरालाइसिस होने का एक कारण हो सकता है,  यूडीएफ ठीक करने के बाद ट्रीटमेंट देना है चेहरे पर काले पन को pigmentation कहते हैं  यह अधिक मात्रा में विटामिन B12 की कमी से एवं कम मात्रा में folic acid  की कमी से आता है जिसका प्रूफ है कि उस पेशेंट के B12 एंड फोलिक एसिड दोनों पॉइंट में दर्द होगा इसका उपचार है ब्लैक ट्रीटमेंट फॉर्म

Gangrene treatment

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  रोगी को डायाबैटीस के साथ पैर में जख्म के साथ गैंग्रीन (gangrene)हो तो उसे क्या उपचार देना है  गैंग्रीन का मतलब रक्त ना पहुंचने के कारण शरीर का कोई भाग मर जाता है ( जैसे पैर या पैर की एक अंगुली इत्यादि)  और वह जगह काली पड़ जाती है  इसमें डॉक्टर उस पैर या अंगुली को काटने की सलाह देते हैं ताकि जहर सारे पैर में फैले अगर MU° में दर्द हो तो I   ATF  II  A Heparin + 4 thyroid BOF+Vasanti  अगर MU° मैं दर्द नहीं हो तो (I) 4Thyroid  (II) 2 Thyroid  (III) P, Heparin +BOF+Vasanti ×२      treatment   को एक दो महीने तक देने से डायाबैटीस भी ठीक होगा और पैर काटने की नौबत टल जाएगी  Mu° में दर्द के बावजूद भी अगर किसी को  Adr अच्छा नहीं लगे तो नहीं देना              Neurotherapist Mukesh Sharma                           9414334143                             Jaipur

Hypothyroidism treatment

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                                                                  Hypothyroidism  किन कारणों से आती है hypothyroidism  ठीक करने के लिए किन चीजों को ठीक करना है Hypo thyroidism का मतलब thyroid ग्लैंड का कम काम करना जिससे उसके T3 T4 हार्मोन सही मात्रा में नहीं बनते हैं इसके 5 कारण हो सकते हैं 1 udf 2 ग्लैंड से मैसेज न मिलना 3 शरीर में ब्लड क्लोट का होना 4 thyroid gland  का कम काम करना 5  125 dcc की कमी  अब हर एक कारण को विस्तार से समझे 1 अगर UDF आए तो प्रोटीन नहीं पचेंगे,  जिससे  tyrosine amino acid  नहीं बनेगा,  जो thyrod ग्लैंड का बैसिक कैमिकल यानी raw material है  इसके लिए पेट को ठीक करना है folic acid  के पॉइंट में दर्द हो तो उसे भी ठीक करना है  क्योंकि tyrosine amino acid के चयापचय लिए फोलिक एसिड की जरूरत है 2, अगर pineal gland, hypothalamus, या pituitary gland एक दूसरे को या थाइरोइड ग्लैंड को संदेश नहीं भेजे तो भी थायराइड ग्लैंड के हार्मोन्स नहीं निकलेंगे सो उनको क्रम से उकसाना है 3, अगर कोई ब्लड क्लोट के कारण किसी भी ग्लैंड को मैसेज रुकी हुई हो ,इसके लिए उचित हेपारिन ट्रीटमेंट देन

Food poisoning Treatment

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  Food poisoning                               इसमें  टट्टीये  सबज रंग की  या मटमैली  पानी की तरह आती है,  साथ में उल्टीयें भी आ सकती है  1st trt, (15) medulla   best tretment 2nd trt (I) (6) ADR ,(6)Swt , X 2 tretment            (II) (6) ADR (6) Swt (8) pan (3) Gal (5) mu (7) Liv ''''''''''''''''''''''''''''''' यह उपचार उनको ही देना जिन्हे लूज मोशन आती हो । इसमें mu एवं  Liv का क्रम उल्टा है.तो थेरेपिस्ट को ध्यान रहे इसलिए नीचे एक रेखा दी गई है  जिन्हे लूज मोशन  नहीं है उनके लिए नीचे का उपचार अत्यंत लाभदायक है (I) 15 medulla   (II) 1 pt Liv, 1 pt mu x6 (III)15 medulla (IV) 3 Liv, 3mu,X3 (V) 15 medulla  '''''''''''''''''''''''''''''''                Neurotherapist mukesh sharma                               9414334143

HYPER CHOLESTEREMIA TREATMENT

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                                                                  Hyper cholesteremia हाइपर  कोलेस्ट्रीमिया रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नॉर्मल से अधिक होना । यही मोटापा तथा गॉल स्टोन का एक मुख्य कारण है  अगर रक्त में कोलेस्ट्रॉल की औसतन मात्रा 150  से 250 mgm/dl   के बीच में होनी चाहिए । अगर ब्लड टेस्ट में देखे कि 250 mgm/dl  से ज्यादा है तभी उसे हाइपर कोलेस्ट्रीमिया कहते हैं  (Dl यानि 100ml) Treatment (I) 10 pan ,2 Third (II)1 pt Liver X6             Neurotherapist Mukesh Sharma                           9414334143

Gall stone

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Gall stone                                     गोल ब्लैडर में स्टोन  का बनना ही गॉल स्टोन या calculi in gall bladder है  कहते हैं I जब वाइरल इंफेक्शन या अन्य किसी कारण से गॉल ब्लैडर के अंदर के म्यूकोसा मे इन्फल्मेशन  आ जाता है , तो वह ठीक से सिकुड़ नहीं पाता । बाइल के यातायात में कुछ भी रुकावट हो तो उसके कारण  गॉल ब्लैडर में स्टोन यानी पथरी बन जाती है । इसका एक और  मुख्य कारण है रक्त में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ जाना जब कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है तो कोलेस्ट्रोल के क्रिस्टल्ज (crystals) बन जाते हैं और वह भी स्टोन को बनाने या बढ़ाने का कारण बन जाता है । गॉल ब्लैडर में पथरी  बनने  को chole lithiasis कहते हैं ।  इसके मुख्य लक्षण है - छाती के दाहिने भाग में भारीपन तथा दर्द हो सकता है ,जो सामने से निकलकर पीछे पीठ तथा दाहिने कंधे तक फैल सकता है । पेट खाली रहते समय दर्द ज्यादा महसूस होता है ।दर्द के साथ उल्टियाँ हो सकती है ,तथा पसीना भी निकल सकता है अगर बाइल के निकास में बहुत ज्यादा अड़चन हो तो कुछ लोगों में ज्वान्डिस यानी पीलिया के लक्षण भी दिख सकते है । जब common bile duct में कोई रुकावट आ जाती है तो

Neurotherapy

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*Neurotherapy is based  on physiology principles* *This is the complete natural and drug free treatment*  *There is no chance of any side- effects of this treatment* *This therapy treats internal organs directly and makes them to function properly* *Hence,s the main cause of illness* *In this therapy pressure is applied with hands and feet on the specific parts  of the  patient's body at appropriate sequence and timing stimulates* *imperfect functioning glands* *Neurotherapy is the    wonderful ,natural and  unique therapy which does not have any relation with others therapy* *In which the circulation of blood and lymph is corrected* Neurotherapist Mukesh      Sharma 10/589 kaveri path, Mansarover Jaipur  Contect -9414334143