UDF Treatment
OLD UDF
(|)15 Med
ऐसीटाइल कोलाइन पेट में एसिड बनने के लिए
(||) 2 Raman×2 या 3 Raman
पेरीटोनियम के लिए
(|||) 2 Rt parkhoo ,2 Lt parkhoo
फोलिक एसिड थायमिन एंड B12 नियासिन के लिए
(|V) (1/2) Kun 20 sec ×4
Infection inflammation दोनों को खत्म करेगा
(V)10 Med ,
वेगस नर्व द्वारा सारे पाचन संस्थान को उकसाने के लिए
1 Gas only 6 point
पेट में ब्लड सप्लाई बढ़ाने के लिए
(V|) Fast
(V||) Ajay Normal
पहचान
संडास में अनपचा खाना आना
बीमारियां
Fits
कैंसर
रयूमेटोइड arthritis
Aids
Psoriasis
Indiopathic scoisis
Parkinson disease
Osteoporosis
Hypo or hyper thyroidism
बहुत थकान
एक्जिमा या अन्य चमड़ी की बीमारियां
सारे शरीर में गांठ है या दर्द
UDF आना ही सारे बड़े-बड़े बीमारियों का मूल कारण है
Undigested food in stools यानी संडास में अनपचा खाना आना
अगर छोटे बच्चे हो तो भी दूध पीने के बाद अगर उल्टी करे तो दूध का दूध ही निकलेगा जबकि उसे दही बनकर निकलनी चाहिए अगर बड़े उम्र के हो तो नाभि के ऊपर गैस वाले पॉइंट में बहुत दर्द होगा
इसका मतलब कि उनके पेट में एसिड या तो नहीं बन रही है या कम बन रही है इससे हम बगैर किसी टेस्ट किए ही समझ सकते हैं कि उसे UDF की तकलीफ ok I होगी ऐसे लोगों की एक और पहचान उनके जीभ के बीच में काफी कट होते हैं
यूडीएफ की सहज पहचाना टमाटर के छिलके, या मटर मूंगफली इत्यादि के दाने, भिंडी टमाटर जैसे सब्जियों के बीज, या पालक मेथी धनिया जैसे पत्ते, या कैरेट बीट जैसे सलाद इत्यादि संडास में साबुत अनपचा यानी वैसे के वैसे आते हैं
ये सभी प्रोटीन है भोजन में खाया हुआ कोई भी पदार्थ संडास में अपने ओरिजिनल रूप में नहीं दिखना चाहिए अगर यह प्रोटीन साबुत ही निकल रहे हैं तो इसका मतलब है आंतरी इंटेस्टाइन में प्रोटीन पच ही नहीं रहे शरीर के अनेक हारमोंस एवं एंजाइम के मूल पदार्थ प्रोटीन से ही बनते हैं अगर प्रोटीन ठीक से पचे नहीं तो वे हारमोंस एंजाइम ठीक से नहीं बनेंगे एवं उनके अभाव में glands ठीक से काम नहीं कर पाएंगे शरीर का हर एक कार्य के नियंत्रण के लिए किसी एक हारमोन या एन्जाइम की जरूरत है इसलिए ही गुरु जी बार-बार कहते हैं कि UDF का आना ही बीमारियों का मुख्य कारण है सारे बड़े-बड़े बीमारियों के रोगियों को UDF ही आता है
संडास में अगर खाना अनपचा यानी जैसे के तैसे आए तो इसका मतलब है पेट में एसिड जिसे हाइड्रोक्लोरिक एसिड कहते हैं उसकी मात्रा कम है खाना खाते समय बीच-बीच में पानी या सॉफ्ट ड्रिंक पीने के कारण भी ऐसा हो सकता है पेट में एसिड का PH 3 या उससे नीचे नहीं जाने से पेप्सीन नहीं बनेगा एवं प्रोटींस भी नहीं पचेंगे
अगर प्रोटींस नहीं पचेंगे तो शरीर के कई सारे हारमोंस एवं एंजाइम्स नहीं बन पाएंगे
और एक कारण भी है घोर एसिड में बैक्टीरिया या वायरस जिंदा नहीं रह सकते अगर पेट में एसिड की मात्रा कम हो तो उसके कारण खाने में जो बैंक्टीरिया या वाइरस है ,वे आसानी से इंटेस्टाइन यानी आंतडियो तक पहुंच सकते हैं और वहां से रक्त में घुस सकते हैं इन्हीं कारणों से गुरु जी बार-बार कहते हैं कि UDF का आना हीं बड़े-बड़े बीमारियों के आने का मुख्य कारण है
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OLD UDF
(I) 15 medulla- acetylcholine
(II) ½ Ku 20 sec X4
(III) 10 medulla ,1 gas only 6 point, 1 gas i 6 pt, 2 S4-S5
किसी भी UDF tretment के बाद में अगर
Pure Folic Black
या
Large Folic Black
दिया जाय तो जिनके चेहरे पर पिग्मेन्टेशन (pigmentation) यानी कालापन दिखता है ,वह एक ही उपचार देने के बाद देख सकते हैं कि चेहरे का काला रंग 25% कम हो जाता है । उपचार के तुरंत बाद ही ! और दूसरे दिन सुबह संडास यानी लैट्रिंन में पहली 1 st टट्टी काली दिख सकती है -हमने पेशेंट या उनके रिश्तेदारों को समझाना है कि इसका मतलब टट्टी द्वारा toxins निकल रहे हैं । जिनको Gas में ज्यादा दर्द हो तो उनको
Pure Folic Black की जगह पर
Large Folic Black देने से और भी बेहतर नतीजे पाये गयें हैं
और एक अत्यंत प्रभावशाली UDF formula
(I) (3) Raman
(II) 15 Medulla- असेटिल कोलीन के लिये
(III) 2 Rt parkhoo , (2) Lt. Parkhoo
(IV) 10 medulla (1) Gas only
(V) 1 Gal, 1 SPL, 3 Liv , 3 Mu
(VI) Ajay normal 8 Pan, 1 Gal, 6Liv , 1gas i 6 pt, 2 S4-S5
ग्रंथियों से स्त्राव ठीक से बनने व निकलने के लिये नियासिन जरूरी है । नियासिन की कमी से मुंह तथा आंतों में इन्फ्लमेशन आ जाती है ।थायामिन पेट तथा पाइलोरस (pylorus) की स्मूथ मसल्स की कार्यों के लिए जरूरी है ।
यह उपचार सभी बीमारियों में लाभ देता है खासकर फीट्स ( Fits) स्पास्टिसिटी (spasticity) एवं
रूमैटौइड आरथ्राइटिस (Rheumatoid arthritis) के मरीजों को भी या जिन की अल्कालीन बढ़ जाती है उनको बहुत लाभ होगा ।
अगर बच्चे का जन्म प्रीमॅच्योर यानी 9 महीनों से पहले ही हो तो उसे सांस लेने में तकलीफ होगी क्योंकि नौवें महीने में ही लंग्स पूरे बन पाते । ऐसे बच्चों को ऑक्सीजन चेंबर में रखा जाता है पर अगर किसी गड़बड़ी के कारण oxygen की मात्रा ज्यादा हो जाय तो बच्चे (congenital) यानि जन्म से ही स्थाई रूप से अंधे हो जायेंगे जिसे retrolental fibroplasia रेट्रोलेंटल फाइब्ब्रोप्लासिया कहते हैं ।
देखा गया है कि ऐसे जन्म से अंधे हुए बच्चों को भी
LMNT के UDF treatment देने के बाद अच्छा लगने लगता है - उनके माता-पिता कहते हैं कि उनमें स्फूर्ति बढ जाती है, बुलाने पर बच्चे रेस्पॉन्स देने लगते हैं, इत्यादि ।
ध्यान दें
पेशेंट की स्थिति के अनुसार उपचार को कुछ बदल सकते हैं - उदाहरण के लिए अगर किसी को Liv,* में ज्यादा दर्द और Mu * में कम दर्द हो तो दोनों Parkhoo की जगह Right Raman or Right Parkhoo दे सकते हैं ।
अगर मरीज को केवल शरीर की बाईं तरफ दर्द है और दाहिनी तरफ नहीं है तो दोनों parkhoo के जगह पर Left Raman, Left parkhoo दे सकते हैं ।
अगर किसी को पहले कैंसर हुयी हो और उन्हें अगर हमें UDF formula देना हो तो उस मे 10medulla नहीं देते क्योंकि वेगस नर्व एक ही समय में शरीर के अनेक अंगों को उकसाती है, तो यह कैंसर के सैल्लज को भी उकसा सकती है -जिससे पेशेंट की तकलीफ बढ सकती है ।
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Undigested Food In Motion
जब टट्टी मे अनपचा खाना दिखाई दे , हम उसे UDF कहते हैं , जिसके बारे में पहले ही लिखा गया है गुरु जी की खोज है कि सभी पुरानी बीमारियों के रोगियों को अनपचा खाना अक्सर आता है |
उदाहरण -
बैंबू स्पाइन ( bamboo spine)
यानी ऐन्किलोजिग स्पॉन्डिलाइटिस (ankylosing spondylitis)
कैंसर ( cancer)
हेपाटाईट्स बी (Hepatitis B)
RA- पॉजिटिव (RA Positive)
इंडियोपैथिक रिंकेंटस (Idiopathic rickets)
डिफौरमिटी ऑफ बोन्ज (deformity of bones)यानी हड्डियों का टेढ़ा मेढ़ा होना,
सारे शरीर में गांठें
इडियोपैथिक स्कोलियोसिस ( idiopathic Scoliosis) इत्यादि ।
( किसी भी बीमारी के पहले इडियोपैथिक- यह शब्द सूचित करता है कि यह बीमारी क्यों आयी इसका ठीक कारण मालूम नहीं )
Treatment
(I) ½ Ku 20 sec. X 6
(II) Big Toe Gas X 6
(III) 10 organ clearance +sacral clearance (L1 -L5)
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Neurotherapist Mukesh Sharma
9414334143
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