Cerebral pasly tretment in neurotherapy
*स्पैस्टीसिटी एंव सेरेब्रल पैल्सी* Spasticity And Cerebral Pasly स्पैस्टीसिटी का मतलब मसल का Tone बढ़ जाना। इसमें माँस-पेशियों के अंदर के टेन्डन के कड़क हो जाते हैं। ऐसे बच्चों की गर्दन स्थिर नहीं रहती। स्पास्टीसीटी में उनके मसलज कड़क हो जाता हैं। यह अपर मोटर न्यूरौन्स (Upper motor neurons) में lesion यानि घाव के कारण हो सकता है, जैसे कि हेमीप्लेजिया (hemiplegia) यानि एक बाजू के हाथ और पैर के पैरालाइसिस में होता है। उसमें मसल पैरालाइस नहीं होते, लेकिन वे कमजोर होते हैं, एंव उन पर अपर मोटर न्यूरौन्स का कंट्रोल नहीं होता। लिम्फ के मसल भी कड़क हो सकते हैं और अंग अनचाहे हलचल कर सकते है, जिसके कारण वे अंग और भी कड़क बन सकते हैं। स्पैस्टीसिटी किसी भी उम्र में किसी अन्य बीमारी के साथ आ सकती है। उदाहरण के लिये वह उन रोगियों में हो सकती है, जिन्हें कुछ साल से लकवा हुआ हो। लेकिन जब यह बच्चों में होती है, तब वह अक्सर सेरेब्रल पैल्सी नामक जन्मजात बीमारी के साथ जुड़ी हुयी होती है। सेरेब्रल पैल्सी - दिमाग की बीमारी है। इसका मतलब है- दिमाग का कुछ भाग पैरालाइस हो गया है। इसमें दिमाग के सेरेब्रम नामक